अलवर पूर्व मुख्य न्यायाधीश यादराम मीणा के भाई बृजेश मीणा ने भूरासिद्ध हनुमान मंदिर परिसर में बने श्रीराम दरबार मंदिर में हुए झगड़े को लेकर महंत योगेश दास सहित 7 नामजद आरोपियों सहित 40-50 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। अरावली विहार थानाधिकारी गुरुदत्त सैनी ने बताया कि बृजेश कुमार पुत्र दुर्गाप्रसाद मीणा निवासी मोहल्ला बागर का बास ने रिपोर्ट में बताया कि 2 जून 1990 को उसके बडे़ भाई यादराम मीणा व परिवार के सदस्यों ने भूरासिद्ध हनुमान मंदिर के पास श्रीराम मंदिर का निर्माण कराया था। जिसकी पूजा अर्चना हमारे परिवार व पुजारी करते हैं। करीब 9 साल से पुजारी दिनेश चंद शर्मा व जितेंद्र शर्मा पूजा अर्चना कर रहे हैं। श्रीराम मंदिर का रजिस्टर्ड ट्रस्ट भी बना हुआ है। 26 जून को मंदिर पुजारियों ने सूचना दी कि 40-50 लोगों ने उसके साथ मारपीट की और सामान उठा ले गए। ट्रस्टी राधेश्याम व आजाद बाबू के साथ जाकर अरावली विहार थाने में पुजारी दिनेश की ओर से घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई। थानाधिकारी ने हमें 4 सिपाहियों के साथ घटनास्थल पर भेजा। जहां 40-50 लोग पहले से मौजूद थे। इनमें महन्त योगेश दास यादव, सुखराम गुर्जर, कैलाश गुर्जर, भूरादास, योगेश, हेमंत जैमन व महेंद्र शर्मा आदि थे। इस दौरान महंत योगेश दास यादव और योगेश गुर्जर ने उसे पकड़ लिया और कहा कि तुमने मंदिर में खूब पूजा कर ली। अब हम करेंगे और सारा चढ़ावा लेंगे। तुम्हारा इस मन्दिर से कोई लेना देना नहीं है। जातिसूचक अपशब्द से अपमानित कर आरोपियों ने उसे धक्का देकर मंदिर से भगा दिया। गौरतलब है कि इससे पहले 26 जून को श्रीराम मंदिर पुजारी दिनेश शर्मा ने आरोपी महंत योगेश दास यादव सहित अन्य के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी।
महंत सहित 7 लोगों पर मामला दर्ज कराया
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