उदयपुर में मानसून के प्रवेश के साथ ही शहर में करीब एक घंटे तक तेज बारिश हुई। वहीं सज्जनगढ़ स्थित बॉयोलॉजिकल पार्क में अभी हाल ही में जन्मे घड़ियाल के बच्चे अपनी मां के पीठ पर बैठ कर बारिश के बूंदों का आनंद लेते हुए अठखेलिया करते हुए नजर आए। 12 दिन के नन्हे घड़ियाल 2015 में बने बॉयोलॉजिकल पार्क पहली बार दो मादा घड़ियालों ने करीब 2 दर्जन से ज्यादा बच्चों को जन्म दिया। घड़ियालों की देखरेख कर रहे डॉ हिमांशु व्यास बताते है कि 14 जून को जन्मे ये नन्हें घड़ियाल करीब 12 दिन के हो गए हैं। अभी खाने में इनको रोजाना मरी हुई छोटी मछलियां दी जा रही है। जन्म के करीब के एक महीने बाद इन्हें नर्सरी में शिफ्ट किया जाएगा। नर्सरी बनने का काम शुरू किया जा चुका है। घड़ियाल के पौंड में नदी वाली रेत बिछाई गई है जिससे उनको नेचुरल वातावरण मिल सके। मगरमच्छ की तुलना में घड़ियाल नर और मादा दोनों बच्चों की अच्छे से देखभाल करते है। बारिश में घड़ियाल अपने मां या पिता की पीठ पर बैठ कर अठखेलिया करते दिखाई देते है। रेंजर जयवर्धन सिंह राठौड़ बताते है कि बायोलॉजिकल पार्क में जन्में इन बच्चों खास ख्याल रखा जा रहा है। दो गार्ड हमेशा इनके पौंड के पास तैनात रहते है ताकि कोई पर्यटक या कोई जानवर इन्हें परेशान न करे सके। अभी घड़ियाल के बच्चों को देखने के लिए इस पौंड पर पर्यटकों की काफी भीड़ दिखाई देती है।
मां की पीठ पर बैठे घड़ियाल के बच्चे, VIDEO:12 दिन पहले 24 बच्चों को जन्म दिया; अब नर्सरी में होंगे शिफ्ट
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