बेनीवाल बोले- बजरी माफिया को गिरफ्तार करें सरकार:कहा- कांग्रेस-बीजेपी के बड़े नेता इनसे मिले हुए हैं, नार्को टेस्ट कराए CBI

राजस्थान में बजरी माफिया के खिलाफ हुई सीबीआई कार्रवाई का राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने समर्थन किया है। बेनीवाल ने कहा कि हमारी पार्टी के कार्यकर्ता पिछली सरकार के वक्त से ही इस बजरी माफिया के खिलाफ मोर्चा खोले हुए थे। लेकिन पूर्व सरकारों की साठ-गाठ की वजह से तब इस माफिया के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब सीबीआई ने कार्रवाई शुरू की है। लेकिन सिर्फ कागजों में ही कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। बल्कि, धरातल पर भी इसके खिलाफ सख्त एक्शन होना चाहिए। इसके साथ ही बजरी माफिया का नार्को टेस्ट भी होना चाहिए। तभी इस बजरी माफिया और इससे मिले राजनेताओं और आला अफसरों की हकीकत जनता को पता चल सकेगी। बेनीवाल ने कहा कि MRS ग्रुप की आड़ में राजस्थान में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। बाजरी से लेकर जमीनों में सरकार को अरबों रुपए के राजस्व का नुकसान उठाना पड़ा है। ऐसे में इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच बेहद जरूरी है। इस बजरी माफिया ने राजस्थान में 12 लोगों की हत्या कर दी। जिसमें MRS ग्रुप के मालिक के नाम मुकदमा दर्ज है। इसलिए अब मेरी प्रदेश की भजनलाल सरकार से भी यह मांग है कि इस ग्रुप के खिलाफ राजस्थान में भी जितने भी मामले दर्ज हैं। उनकी भी जांच की जाए। इस ग्रुप के मालिक से पुलिस थाने में बुलाकर पूछताछ हो। ताकि पीड़ित परिवार के लोगों को न्याय मिल सके। हनुमान बेनीवाल ने कहा कि मैं सरकार से यह भी मांग करूंगा कि MRS ग्रुप के मलिक और उसके पार्टनर्स का नार्को टेस्ट किया जाए। ताकि यह पता चले कि इस बजरी के कल खेल में कौन-कौन राजनेता और बड़ा अधिकारी इनका पार्टनर है। सीबीआई को यह भी पता करना चाहिए कि आखिर उनके पार्टनर ने सुसाइड क्यों किया था। अगर यह सब हुआ तभी इसकी हकीकत का सरकार को पता चल सकेगा लेकिन सिर्फ कागजी कार्रवाई के लिए अगर सीबीआई कार्रवाई कर रही है, तो उसे कुछ होना जाना नहीं है। क्योंकि इससे पहले ED ने भी इस तरह की कार्रवाई की थी। लेकिन कार्रवाई की जानकारी बहुत पहले ही MRS ग्रुप के मालिक को पता चल गई थी। बेनीवाल ने कहा कि आज भी एक तरफ जहां सीबीआई की रेट हो रही है। वहीं दूसरी और बजरी माफी आपने फेसबुक अकाउंट पर लिख रहा है कि मेरे यहां कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इतना बड़ा दुस्साहस इन माफियाओं का हो गया है कि सरकार भी अब इनके आगे छोटी सी दिखने लगी है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में बजरी माफिया के खिलाफ आवाज उठाने से बड़े-बड़े लोगों को डर लगता था। कुछ लोग जो नहीं डरते थे, उन्हें बजरी माफिया द्वारा लाखों रुपए देकर चुप कर दिया जाता था। ऐसे में अब उन सब का पर्दाफास होना बेहद जरूरी है। तभी राजस्थान में बजरी माफिया पर अंकुश लगेगा और आम जनता को बढ़ी हुई बजरी की रेट से राहत मिल पाएगी। बेनीवाल ने कहा कि पूर्ववती कांग्रेस सरकार और उससे पहले की भाजपा सरकार के कार्यकाल में इस बजरी माफिया और इसके MRS ग्रुप ने राज्य में समानांतर सरकार चलाई थी। इनकी वजह से ही बजरी की दरें आसमान पर पहुंच गई है। इन लोगों ने बजरी लीज की आड़ में प्रदेश की नदियों के अस्तित्व को बिगाड़ दिया और पर्यावरण के साथ जमकर खिलवाड़ किया है। लेकिन सिस्टम खामोश रहा, क्योंकि सरकार के आला ब्यूरोक्रेट्स और बड़े पुलिस अफसर चहेते स्थानों पर पोस्टिंग के लिए इस बजरी माफिया की शरण में बैठे रहते थे। बेनीवाल ने कहा कि इस बजरी माफिया के खिलाफ राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने प्रदेश में बड़े जन आंदोलन किए थे। हमारे कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के बाड़मेर जिले के पचपदरा – बालोतरा , डूंगरगढ़, कोलायत, नागौर जिले के रियां बड़ी, भीलवाड़ा, नोहर, बाड़मेर के धोरीमन्ना और टोंक में बड़ी रैली और आंदोलन किए थे। उस समय सरकार के निर्देशों के बाद संबंधित जिलों के प्रशासन ने हमसे बातचीत कर बजरी माफिया के अवैध स्टोक की जांच करवाने, वैध खनन की आड़ में किए गए अवैध खनन की जांच करवाने और बिना भू -उपयोग परिवर्तन के कृषि भूमि पर ही बजरी का स्टॉक करने, फर्जी रवाना देने, फर्जी रवन्ना देने,अवैध रॉयल्टी लेने सहित विभिन्न मुद्दों की जांच करवाने के साथ ही संबंधित के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने की सहमति बनी थी। लेकिन आज तक किसी कार्रवाई को अमलीजामा नहीं पहनाया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *