बस स्टैंड पर झगड़े का मामला:डीएसटी के सस्पेंड 5 पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू, कई गंभीर आरोप

डीएसटी के सस्पेंड पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू की जा चुकी है। आईजी के आदेश पर एडिशनल एसपी ग्रामीण मामले की जांच कर रहे हैं। सस्पेंड पुलिसकर्मियों पर व्यवहार व पुलिस की छवि को खराब करने जैसे कई गंभीर आरोप है। इस मामले में अब दो हैंड कांस्टेबल समेत पांच पुलिसकर्मियों के बयान लिए जाएंगे। प्रकरण की जांच रिपोर्ट अगली कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी। इस मामले में दूसरे पक्ष की तरफ से एससी-एसटी एक्ट में दर्ज प्रकरण की जांच सीओ नॉर्थ कर रहे है। डीएसटी ने राजकार्य में बाधा व हत्या के प्रयास को लेकर सिविल लाइंस थाने में आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करवाया था। अभी तक दूसरे पक्ष में किसी की गिरफ्तार नहीं हुई है। गौरतलब है कि शनिवार देर रात रोडवेज बस स्टैंड पर चैकिंग के लिए पहुंची जिला स्पेशल टीम का चैकिंग के दौरान युवकों से झगड़ा हो गया था। इसमें एक कांस्टेबल के सिर में चोट आई थी। सिविल लाइन थाने में दोनों पक्षों की तरफ से क्रॉस केस दर्ज होने पर आईजी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अजमेर डीएसटी के हैड कांस्टेबल आशीष गहलोत, हैड कांस्टेबल देवेंद्रसिंह, मदनगंज डीएसटी के कांस्टेबल कालूराम, करतार व सीओ ऑफिस किशनगढ़ के कांस्टेबल अभय को सस्पेंड कर दिया था। पुलिस व युवकों ने एक दूसरे पर लगाए गंभीर आरोप हैड कांस्टेबल आशीष गहलोत ने पुलिस को बताया कि मुखबिर की सूचना पर वह साथियों के साथ कार में रोडवेज बस स्टैंड गया। कार में बैठे युक्कों को कांस्टेबल करतार ने पुलिस आईडी कार्ड दिखाकर नाम पता पूछा। गाड़ी में सवार युवक नीचे उतरे। उन्होंने सरिया व डंडे से जानलेवा हमला किया, जिससे करतार के सिर पर चोट आई। बाद में युवक कार में सवार होकर धमकी देकर फरार हो गए। बोला कुछ देर रुको आज तुम्हें देखते हैं। घटना की रिपोर्ट दर्ज करवाने थाने के लिए रवाना हुए तो भोपों का बाड़ा जाने वाले तिराहे पर चार-पांच बाइक व एक गाड़ी में 15-20 युवक आए। उनकी गाड़ी पर हमला कर पत्थर फेंके। दूसरी पक्ष में कोमलसिंह ने पुलिस को बताया कि रात में वैष्णोदेवी से आने के बाद वह दोस्त शशांक व पंकज के साथ कार में सवार होकर बस स्टैंड चाय पीने आया। तभी चाय की दुकान पर आकर देवेंद्रसिंह, आशीष गहलोत, करतारसिंह व अन्य बिना कुछ पूछे मारपीट शुरू कर दी। दोस्त अक्षय को छुड़वाया। ये सभी खुद को पुलिसकर्मी बता रहे थे, जबकि सिविल ड्रेस में थे। सभी ने मारपीट की। फिर पुलिस की गाड़ी आई। सभी को थाने ले गई। साथियों से मारपीट की।

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