एक पोती ने अपने के दादा के घर में 90 लख रुपए की चोरी कर लिए। इसके बाद उसने सेकेंड हेंड कार खरीदी। किसी को शक न हो इसलिए उसके अपने दादा (पिता के चाचा) के यहां आना-जाना लगा रहता था। जब पुलिस ने इसका खुलासा किया तो घर वाले भी चौंक गए। परिवार की ओर से 15 जून को भीलवाड़ा शहर के कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाया गया था। इस मामले में पुलिस ने बुधवार को आरोपी पोती पूजा चौधरी (28) को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पूजा का साथ देने वाले उसके चचेरे भाई हंसराज उर्फ सोनू जाट, नारायण और दोनों भाइयों के दोस्त सुरेश जाट भी पुलिस की हिरासत में है। दादा के पड़ोस में रहती है पोती आरोपी पूजा चौधरी पत्नी कैलाश चन्द्र चौधरी निवासी भैसाकुंडल हमीरगढ़ ने बक्षु लाल जाट के पास वाले मकान में रहती है। उसे घर में रखे रुपयों की जानकारी थी । पूजा ने रात को सोने के दौरान वृद्ध महिला के कमर में बंधी चाबी चुरा ली। इसके बाद लॉकर खोलकर रुपए चोरी निकाल लिए। भोली निवासी सुरेश जाट पुत्र देवीलाल जाट व चंद्रशेखर आजाद नगर निवासी नारायण जाट पुत्र रामचन्द्र जाट से मिली भगत कर घर से रुपए बाहर भेज दिए और भोली निवासी हंसराज उर्फ सोनू पुत्र रामलाल जाट के यहां छिपा दिए। पुलिस ने जब इस से सख्ती से पूछताछ की तो उसने चोरी करना कबूल किया। पुलिस ने चारों को गिरफ्तार किया और इनके पास से 82 लाख रुपए बरामद किए। जमीन बेचकर रखे थे रुपए सीओ सिटी अशोक जोशी ने बताया कि 15 जून को बक्षु लाल जाट ने आकर रिपोर्ट दी। इसमें उसने बताया कि मैंने अपनी जमीन को बेचकर 90 लाख रुपए प्राप्त किए थे और इसे अपने घर की तिजोरी में रखे थे । तिजोरी में से 90 लाख रुपए चोरी हुए। लेकिन तिजोरी का ताला भी नहीं तोड़ा गया और चाबी भी घर में नहीं थी । इसके आधार पर पुलिस को शंका हुई कि बिना तिजोरी तोड़े ताले से चाबी को खोलने का काम कोई घर का सदस्य कर सकता है। पुलिस के सख्ती से पूछने पर कबूली घटना बक्षू ने अपनी पोती पूजा पर शक जताया। इस पर पुलिस ने पूजा से जब सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गई और उसने बताया कि उसकी अपने दादा के रुपए पर नजर थी। इसलिए उसने दादा की तिजोरी में से रुपए पार कर लिए। इसके लिए अपने चचेरे भाइयों से पैसों को दूसरे स्थान पर शिफ्ट कर दिया । जिस समय दादा-दादी नींद में थे, तो उसने दादी की कमर में बंधी करधनी से चाबी निकाली। इस चाबी से तिजोरी खोलकर रुपए निकाले और अपने भाइयों की मदद से इस रुपए को दूसरे स्थान पर भिजवा दिया । आपस में हैं दादा पोती है आरोपित और फरियादी
वारदात में गिरफ्तार पूजा चौधरी और बाक्षु जाट आपस में दादा पोती हैं। बाक्षु और कैलाश चौधरी के पिता का कजिन भाई थे। इसलिए पूजा बाक्षु की कजिन पोती है। आरोपित पूजा चौधरी हाउसवाइफ है और और खेती बाड़ी का काम करती है। छठी सातवीं क्लास तक पड़ी हुई है । घर में रहकर घर के काम काज देखती है। उसका पति भी खेती किसानी करता है।
दादा की तिजोरी से पोती ने चुराए 90 लाख:दादी की कमर में बंधी चाबी चुराई, सेकेंड हेंड कार खरीदी
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