सिरोही व्यापार महासंघ ने कलेक्टर को ज्ञापन देते हुए डीएलसी दरों को काम करवाने की मांग की है। उनका कहना है शहर की सबसे ज्यादा डीएलसी दर श्री सदर बाजार की है। जिसके चलते खरीददार तथा बेचान कर्त्ता दोनों की आय पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है। हालत यह है कि लोग अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को बंद करने के कगार पर पहुंच चुके हैं। सदर बाजार सिरोही शहर का सबसे पुराना बाजार कहा जाता है जिसमें वर्तमान स्थिति को देखते हुए शहर की सबसे ज्यादा डीएलसी दर है ( जिला स्तरीय समिति दर ) नीलवणी चौक से खण्डेलवाल मंदिर तक सदर बाजार कहा जाता है। सदर बाजार की व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की समिति दर इतनी उच्च स्तर तक पहुंच गई है कि जिससे खरीदार पर बेचान कर्त्ता दोनों की आय पर असर पड़ता है वर्तमान सदर बाजार की व्यावसायिक भूखंड की प्रति वर्ग मीटर दर 275000/- के करीब अनुमानित है जिससे बाजार मे दिन ब दिन व्यावसायिक प्रतिष्ठान बन्द की कगार पर है बेचान कर्त्ता डीएलसी दर के मुताबिक बेचे तो खरीदार को 200 फीट से 400 फीट का भूखण्ड 40 लाख से 60 लाख के करीब पड़ता है। जिससे मार्केट में इतने महंगे दाम पर खरीदार नहीं मिलते है। समस्या को लेकर आज सिरोही व्यापार महासंघ के पदाधिकारी व व्यापारियों ने मिलकर जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन दिया। ज्ञापन में सिरोही व्यापार महासंघ अध्यक्ष भरत डी छीपा, कुमारपाल जैन, गोपाल कृष्ण रावल, विनोद कुमार सोनी, जयंतीलाल मेहता, कमलेश सोनी, भरत माली, अजय लखवानी, मीठालाल माली, तुलसीराम परिहार, भरत सोनी, रूपाराम देवासी, अरुण लखवानी, कुलदीप सोनी, पुरुषोत्तम दास वैष्णव, लोकेश सोनी, माधोसिंह देवड़ा, चितरंजन सिंह, कुलदीप खत्री, आदि व्यापारियों की मौजूदगी में डीएलसी दर कम करवाने की मांग की है।
डीएलसी दरों को कम करने की मांग:सिरोही व्यापार महासंघ ने जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, कहा- बंद होने की कगार पर पहुंचे प्रतिष्ठान
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