जोधपुर पत्थरबाजी में चली गई महिला के आंख की रोशनी:घर के बाहर खेल रहे पोते को बचाने गई थी; लोग घरों से बाहर नहीं निकले

15 साल पुराने जमीनी विवाद को लेकर शुक्रवार रात में दो पक्ष आमने-सामने हो गए थे। तनाव इतना बढ़ गया कि आमने-सामने पत्थरबाजी हुई और फिर आगजनी की घटना। हालांकि अभी मौके पर शांति है। पुलिस ने दोनों पक्षों से समझाइश कर माहौल को शांत करवा दिया है लेकिन इस घटना के बाद से पूरे सूरसागर क्षेत्र में सन्नाटा फैला हुआ है। लेकिन, इस पत्थरबाजी ने 60 साल की लाजवंती गहलोत की आंखें छिन ली। इस घटना के दौरान वह घर के बाहर खेल रहे अपने पोते को बचाने गई थी और तभी ये हादसा हो गया। घर के बाहर खेल रहा था पोता, बचाने गई तो लग गया पत्थर दो पक्षों के बीच हुए इस झगड़े में लाजवंती गहलोत के एक आंख की रोशनी चली गई। इसके बाद से पूरा परिवार सदमे में है। लाजवंती गहलोत ने बताया कि रात करीब 9 बजे उनका पोता घर के बाहर खेलने गया था। सबकुछ सामान्य था। इसी बीच कुछ देर में बाहर से तेज आवाज आने लगी। मैंने सोचा मोहल्ले के लोग हुडदंग कर रहे होंगे। लेकिन, जब हल्ला होने लगा तो बाहर गई। पता चला कि पत्थरबाजी हो रही है। घर के बाहर खेल रहे पोते को जैसे ही लेकर दोबारा अंदर आ रही थी कि इसी दौरान पत्थर मेरे आंख पर आकर लगा। पत्थर लगते ही मैं चिल्लाई और आंखों से खून बहने लगा। परिवार के लोग मुझे हॉस्पिटल लेकर आए। शनिवार सुबह पता चला कि मेरे आंख की रोशनी चली गई है। इस घटना के बाद लाजवंती के परिवार के लोग सूरसागर थाने पहुंचे और अपने बयान दर्ज करवाए। सीआई के चेहरे पर लगा पत्थर, तीन टांके आए इस आगजनी की घटना के बाद मोहल्ले में बड़ी संख्या में पुलिस जाब्ता तैनात है। अभी करीब 150 पुलिसकर्मी मौजूद है। शुक्रवार रात में जब पुलिस को इस घटना की जानकारी मिली तो 6 से ज्यादा थानों का पुलिस जाब्ता और कमिश्नरेट की टीम मौके पर पहुंची। यहां हाउसिंग बोर्ड थाने के सीआई ​नितिन दवे भी मोर्चा संभाले हुए थे। इसी दौरान एक पत्थर उनके चेहरे पर आकर लगा। उनके साथी उन्हें लेकर हॉस्पिटल पहुंचे। बताया जा रहा है कि उनके चेहरे पर तीन टांके आए है। इधर, एक पक्ष का आरोप, हमें घर से बाहर निकालकर पीटा इस घटना के बाद एक पक्ष शनिवार को कलेक्ट्रेट पहुंचा। इस पक्ष में शामिल महिलाओं का कहना था कि हमारे परिवार के लोगों को घर में घुसकर पीटा गया। कई महिलाओं से भी बदसलूकी की गई। वहीं इनके साथ आए अन्य लोगों का आरोप है कि कई परिवार जिनका इस विवाद से लेना-देना नहीं था उनके साथ भी मारपीट की गई। कई लोगों को जबरदस्ती उठाकर ले जाया गया। दो दिन से चल रहा था विवाद आईपीएस निशांत भारद्वाज ने बताया कि सूरसागर थाना इलाके के राजाराम सर्कल स्थित ईदगाह के मुख्य गेट के पास कुछ दुकान हैं। दो दिन पहले ईदगाह के पीछे की दीवार से दो गेट निकालने का काम शुरू किया गया था। बस्ती में रहने वाले कुछ लोग गेट निकालने का विरोध जता रहे है। दो दिन में दो बार दोनों पक्षों के बीच विवाद हो चुका है, लेकिन पुलिस ने मामला शांत करवा दिया था। शुक्रवार को गेट निकलते देख पास की बस्ती के लोगों ने फिर से विरोध शुरू कर दिया। वे गेट निकालने के काम को बंद करने की बात पर अड़ गए। तब दूसरे पक्ष के लोग भी वहां आ आए और गेट बनाने के लिए अड़े रहे। इसके बाद दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए। आरोपियों को घरों से निकालकर पकड़ा हंगामा करीब तीन घंटे तक चला। रात करीब एक बजे पुलिस के हल्के बल प्रयोग के बाद जब रास्ते खाली हुए तो आरोपियों की पहचान की गई। हंगामा व पथराव करने वाले आरोपियों को पुलिस ने घरों से निकालकर हिरासत में लिया। इस दौरान पुलिस को हल्का विरोध भी झेलना पड़ा। इससे पहले हुए पथराव में पुलिसकर्मियों के साथ कई स्थानीय लोग भी घायल हुए हैं। देर रात से ही पूरे क्षेत्र में सीनियर पुलिस अधिकारियों के साथ फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस की गाड़ियों भी तैनात है। शनिवार सुबह से ही पुलिस की ओर से लोगों को घरों से नहीं निकलने के निर्देश दिए जा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने लिया फीडबैक केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने मामले को लेकर आला अधिकारियों से इनपुट लिया है। उन्होंने उच्च अधिकारियों से बात कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि जोधपुर शांति और सद्भाव का नगर है, कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को सबक सिखाने में जिला और पुलिस प्रशासन सक्षम है। राज्य सरकार भी हालात की निगरानी कर रही है।

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