जेएलएन के पीएमओ डॉ. महेश पंवार को किया एपीओ:10 मई को प्रसूता की मौत के मामले में विभाग ने माना दोषी, डॉ. पंवार बोले- प्रकरण में कोई भूमिका नहीं

नागौर के पंडित जवाहरलाल नेहरू जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. महेश पंवार को एपीओ कर दिया गया है। विभागीय आदेश के तहत लोक हित व प्रशासनिक कारणों से डॉ. पंवार को एपीओ किया गया है। डॉ. पंवार को एपीओ करना महज एक विभागीय आदेश नहीं नागौर में राजनीतिक चर्चा का बड़ा मुद्दा बन गया है। लोग इसे एमसीएच विंग की शिफ्टिंग में हुई देरी से जोड़कर देख रहे हैं। जबकि हकीकत कुछ और ही है। जयपुर स्वास्थ्य निदेशालय के सूत्रों ने बताया कि डॉ. महेश पंवार को एपीओ करने के पीछे की वजह है कि पिछले 10-11 मई की रात को हुई प्रसूता की मौत। दरअसल नागौर के बड़ली से एक प्रसूता सरिता पत्नी पृथ्वी सिंह को प्रसव पीड़ा होने पर जेएलएन अस्पताल लाया गया था, सरिता का नागौर के बड़ली में पीहर और ससुराल सुजानगढ़ था। प्रसूता सरिता को उस रात डेढ़ बजे एक इंजेक्शन लगाया गया और इंजेक्शन लगाने के आधा घंटे में ही माैत हो गई थी। इसके बाद प्रसूता के परिजनों ने प्रदर्शन किया तो नागौर जिला कलक्टर के निर्देश पर पीएमओ डॉ. महेश पंवार ने ड्यूटी पर मौजूद डिप्लोमा रेंजीडेंट डॉ. अंकित और ऑन कॉल ड्यूटी के लिए नियुक्त डॉ. शैलेेंद्र लोमरोड़ को एपीओ कर दिया था। हालांकि दोनों डॉक्टर कोर्ट से स्टे लेकर वापस यहीं आ गए। इसके बाद विभागीय जांच हुई और जांच की रिपोर्ट विभाग के उच्चाधिकारियों को भेज दी गई। बताया जा रहा है कि इस रिपोर्ट के बाद एसीएस के आदेशों से चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त शासन सचिव ने डॉ. महेश पंवार को एपीओ कर दिया। वहीं, दूसरी ओर डॉ. पंवार का कहना है कि एपीओ के पीछे कोई भी कारण उनकी जानकारी में नहीं है। प्रसूता की मौत मामले में हुई जांच रिपोर्ट में उनका पक्ष अभी तक नहीं सुना गया है। जेएलएन जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं को सुचारू रखने के लिए विभाग के संयुक्त निदेशक ने एक आदेश जारी करते हुए वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. सुनीता सिंह को नया पीएमओ मनोनीत किया है। डॉ. सुनीता फिलहाल कार्यवाहक पीएमओ का कार्यभार भी संभाले हैं।

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