खातेदारी भूमि को सिवाय चक करने का विरोध:किसानों ने किया धरना प्रदर्शन किया, कोर्ट के फैसले से हुआ उलटफेर

बूंदी के लाखेरी क्षेत्र में 40 सालों से खातेदारी की भूमि पर खेती कर रहे किसानों की जमीन को सिवाय चक में दर्ज करने का भारी विरोध है। किसानों ने सोमवार को एसडीएम कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन कर विरोध प्रकट कर कृषि भूमि को वापस खातेदारी में दर्ज करने की मांग की है। किसानों ने बताया कि अचानक उनके खातेदारी की जमीन को सिवाय चक में दर्ज कर हमारे साथ कुठाराघात किया है। लाखेरी क्षेत्र के सखावदा पंचायत के गांव बड़गांव के किसानों के सामने उनकी कृषि भूमि को लेकर नई समस्या खड़ी हो गई। अचानक कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए 20 से अधिक किसानों की कृषि भूमि को सिवाय चक में दर्ज कर दिया गया। किसानों को इस बात का पता तब चला उन्होंने केसीसी व अन्य कार्य के लिए कृषि भूमि की नकल निकाली तो उनका नाम नहीं मिलने पर अवाक रह गये। ऐसा 20 से अधिक किसानों के साथ हुआ। खातेदारी की जमीन के सिवाय चक में दर्ज होने के बाद किसानों में रोष भड़क गया। सोमवार को बड़ी संख्या किसान एसडीएम कार्यालय पहुंचे और नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन करने लगे। किसानो की मांग है कि उनकी जमीन को वापस खातेदारी में दर्ज की जाए। किसानो का कहना है कि वे 40 सालों से अधिक समय से खेती कर रहे है। इस कृषि भूमि पर केसीसी से लेकर अन्य सरकारी योजना का लाभ उन्हें मिलता रहा है। ऐसे में अचानक कृषि भूमि को सिवाय चक करने किसान खेती के जमीन को लेकर आशंकित है कि कहीं उन्हें जमीन से हाथ ना धोना पड़े। इस बात को लेकर एसडीएम कैलाश गुजर को ज्ञापन दिया है। एसडीएम ने मामले की जांच करवाने की बात कही है। कोर्ट के आदेश से बदली भूमि की किस्म
बड़गांव में कृषि भूमि के सिवाय चक में दर्ज करने का मसला कोर्ट के एक आदेश से चर्चित हुआ। राजस्व कोर्ट में किसी मामले में बरसाती नाले की जमीन को लेकर वाद दायर किया था। इसमे कोर्ट ने फैसला दिया था कि नाले ,खाल और बरसाती पानी के निकासी वाली जमीन को नामांतरण रद्द करते हुए उसे सिवाय चक किया जाए। इस आदेश के चलते यह उलटफेर हुआ। किसानों का कहना है कि उन्होंने पूर्वजों ने कड़ी मेहनत करके जमीन को खेती लायक बनाया और सरकार ने जमीन को कृषि भूमि में खातेदारों के नाम से दर्ज किया था। कंटेट – ओमपाल सिंह

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *