प्रदेश में बिजली की उपलब्धता कम होने का असर जिले के उद्योगों पर भी पड़ने लगा है। राज्य सरकार ने जिले औद्योगिक इकाइयों के लिए सात घंटे की बिजली कटौती लागू की है। इससे जिले के उद्योग प्रभावित होंगे।चूंकि यह कटौती रात आठ बजे से सुबह तीन बजे के बीच की जाएगी।ऐसे में 24 घंटे प्रोडक्शन देने वाली इंडस्ट्रियल इकाइयों पर इसका असर पड़ेगा। इसके असर से 24 घंटे काम करने वाली इकाइयों में लागत कुछ बढ़ेगी। यह बिजली कटौती प्रदेश में बिजली की उपलब्धता सामान्य होने तक लागू रहेगी।
आटा और तेल मिलें चलती हैं 24 घंटे
श्रीगंगानगर जिले की बात करें तो यहां आटा और तेल मिलें 24 घंटे प्रोडक्शन करती हैं। ऐसे में इन मिलों पर कुछ असर पड़ सकता है। इसके अलावा जिले में दाल मिल, किन्नू प्रोडक्शन जैसे कुछ उद्योग हैं। इनमें दाल मिलों पर कुछ असर आ सकता है। किन्नू प्रोडक्शन अभी नहीं होने से इस पर कोई असर नहीं रहने वाला। इसके अलावा कार्ड बोर्ड प्रोडक्शन सहित कुछ छोटे उद्योग हैं, जिनका प्रोडक्शन 24 घंटे चालू नहीं रहता। ऐसे में उन पर ज्यादा असर नहीं रहने वाला।
24 घंटे प्रोडक्शन वाले उद्योगों पर असर
इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के सचिव सुनील अग्रवाल बताते हैं कि बिजली कटौती का समय रात को रखा गया है। ऐसे में दिन रात प्रोडक्शन वाले उद्योगों पर असर आएगा। श्रीगंगानगर में अधिकांश उद्योग छोटे और मंझोले स्तर के हैं। ऐसे में असर कुछ कम रहने की संभावना है।
उपलब्धता नहीं होने तक रहेगी कटौती
जोधपुर डिस्कॉम के एसई एलएस मान का कहना है कि अभी प्रदेश में बिजली की उपलब्धता कम है। ऐसे में बिजली कटौती के आदेश मिले हैं। ये बिजली उपलब्ध हाेने तक रहेंगे। उद्योगों में रात आठ बजे से सुबह तीन बजे तक बिजली काटी जाएगी।
उद्योगों में सात घंटे की बिजली कटौती:24 घंटे चलने वाली इंडस्ट्रीज पर पड़ेगा असर, बिजली संकट दूर होने तक रहेगा लागू
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