अरनोद कस्बे में लगा कचरे का ढेर:4 दिन से सफाई कर्मचारियों की हड़ताल जारी, उप प्रधान बोले-विकास अधिकारी बदलने से आ रही परेशानी

प्रतापगढ़ की अरनोद पंचायत की उदासीनता के चलते पिछले तीन महीने से मानदेय नहीं मिलने से सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले गए। कर्मचारियों ने मानदेय के साथ दस नई हाथ गाड़ी की मांग की। यहां चार दिनों से कस्बे में जगह-जगह कचरे के ढेर लग गए हैं। कस्बे की सफाई का जिम्मा जिन सफाई कर्मचारियों को सौंप रखा है। कर्मचारियों ने 20 जून से मानदेय नहीं तो सफाई नहीं के नारे साथ हड़ताल शुरू कर दी है। कस्बे में 30 सफाई कर्मचारियों को पिछले तीन महीनों से सैलरी नहीं मिली है। ऐसे में अब नाराज सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल पर हैं। सफाई कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें प्रति माह 4 हजार रुपए ग्राम पंचायत द्वारा मानदेय के रूप में दिए जाते हैं। जिससे वह अपने घर का गुजारा करते हैं, लेकिन पिछले तीन महीने से उन्हें यह मानदेय भी नहीं मिल रहा है। बताया गया कि कर्मचारियों को हर बार 3-4 चार माह का एक साथ मानदेय दिया जाता है। वहीं बीते 4 महीने से मानदेय नहीं मिलने से घर की स्थिति खराब होने लगी हैं। पंचायत के सरपंच और सचिव को बार-बार कहने के बाद भी अभी तक सफाई कर्मचारियों को मानदेय नहीं मिल पाया है। सफाई कर्मचारियों ने बताया कि उनको सफाई लिए जो गाड़ियां दी गई हैं, वह भी पूरी तरह से टूट चुकी हैं। सफाई कर्मचारियों ने दस नई गाडिय़ों की भी मांग की है। उप प्रधान कैलाश भाटी ने बताया कि आचार संहिता खत्म होने के बाद तीन ग्राम विकास अधिकारी बदल दिए गए हैं। जिससे हालात काफी बिगड़े हैं। वही विकास अधिकारी धन सिंह राठौड़ ने कहा कि ग्राम विकास अधिकारी के तबादला होने से परेशानी आ रही है। नए ग्राम विकास अधिकारी ने चार्ज लेने के बाद हस्ताक्षर अप्रूवल होते ही मानदेय दिलाया जाएगा।

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