राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लोकसभा-राज्यसभा के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगी:नई सरकार का रोडमैप पेश करेंगी; ओम बिरला लगातार दूसरी बार लोकसभा स्पीकर बने

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गुरूवार को लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी। इसमें वे 5 साल के लिए केंद्र सरकार के रोडमैप की रूपरेखा पेश करेंगी। ये बैठक नई संसद में होगी, जहां राष्ट्रपति मुर्मू का संबोधन सुबह 11 बजे होगा। सभी सांसदों को सुबह 10.30 बजे तक संसद पहुंचने और 10.55 बजे तक लोकसभा चैंबर में अपनी सीट पर बैठने को कहा गया है। मोदी सरकार अगले 5 साल का विजन रख सकती है
राष्ट्रपति के अभिभाषण के जरिए सरकार अपनी नीतियों और कार्यक्रमों का रोडमैप सामने रखती है। ऐसे में आज राष्ट्रपति के अभिभाषण के माध्यम से लगातार तीसरी बार सत्ता में आई मोदी सरकार अपना विजन और रोडमैप का खुलासा कर सकती है। मुर्मू के अभिभाषण के बाद सत्तारूढ़ दल संसद के दोनों सदनों में धन्यवाद प्रस्ताव पेश करेगा, जिस पर सदस्य चर्चा करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी दो या तीन जुलाई को धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दे सकते हैं। ओम बिरला लगातार दूसरी बार लोकसभा स्पीकर बने
ओम बिरला लगातार दूसरी बार लोकसभा के स्पीकर चुने गए। बुधवार (26 जून) को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही प्रोटेम स्पीकर भतृर्हरि महताब ने स्पीकर के चुनाव की घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत NDA के नेताओं ने समर्थन किया। सदन में ध्वनिमत से बिरला के नाम का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया गया। इसके बाद PM मोदी और विपक्ष के नेता राहुल गांधी उन्हें चेयर तक छोड़ने आए। इससे पहले शिवसेना (यूटीबी) सांसद अरविंद सावंत ने कांग्रेस सांसद के. सुरेश को लोकसभा अध्यक्ष के रूप में चुने जाने का प्रस्ताव रखा। सदन की कार्यवाही ढाई घंटे (सुबह 11 बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक) चली। लोकसभा स्पीकर और राज्यसभा सभापति दोनों राजस्थान से
बिरला भाजपा के पहले ऐसे सांसद हैं, जो लगातार दूसरी बार स्पीकर बने। वे राजस्थान के कोटा से तीसरी बार जीत कर आए हैं। खास बात यह है कि देश के उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ भी राजस्थान से आते हैं। पीएम ने कहा- आपका अनुभव काम आएगा
बिरला के स्पीकर बनने पर PM ने कहा- आपके पांच साल के अनुभव से आप आने वाले पांच साल हम सबका मार्गदर्शन करेंगे। शास्त्रों में कहा गया है कि विनम्र और व्यवहार कुशल व्यक्ति सफल होता है। आपको उसके साथ मीठी-मीठी मुस्कान भी मिली है। राहुल गांधी ने कहा- मुझे विश्वास है कि आप विपक्ष की आवाज दबने नहीं देंगे। सपा सांसद अखिलेश यादव ने कहा- उम्मीद है कि विपक्ष की आवाज नहीं दबाई जाएगी। न ही निष्कासन जैसी कार्रवाई की जाएगी। आपका अंकुश विपक्ष पर तो रहता है, सत्ता पर भी रहे। आपके इशारे पर सदन चलता है, इसका उल्टा न हो। विपक्ष ने स्पीकर से कहा- सस्पेंशन न हो, बिरला बोले- कठोर निर्णय लेने पड़ते हैं..
1. स्पीकर ने आपातकाल की निंदा की, पक्ष-विपक्ष ने नारेबाजी की: ओम बिरला ने कहा- यह सदन 1975 में आपातकाल लगाने की निंदा करता है। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी लगाकर अंबेडकर के संविधान का अपमान किया था। इंदिरा गांधी ने भारत पर तानाशाही थोपकर लोकतंत्र का अपमान किया। अभिव्यक्ति की आजादी छीनी गई। मीडिया पर अनेक पाबंदियां लगा दी गई थीं। कई नेताओं को मीसा के तहत बंद किया।
2. इमरजेंसी के दौरान जान गंवाने वालों की याद में मौन: स्पीकर ओम बिरला ने इमरजेंसी के दौरान जान गंवाने वालों की याद में दो मिनट का मौन रखने को कहा। सत्ता पक्ष के सांसदों ने मौन रखा, पर कांग्रेस और विपक्ष के सांसद हंगामा करते रहे। कांग्रेस सांसदों का आरोप था कि स्पीकर भाजपा का एजेंडा चला रहे हैं। मौन के बाद स्पीकर ने गुरुवार तक के लिए संसद को स्थगित कर दिया।
3. पीएम ने शिक्षा मंत्री का नाम लिया तो विपक्ष ने नारे लगाए: मंत्रिमंडल के परिचय के दौरान जैसे ही पीएम मोदी ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का नाम लिया, विपक्ष के सांसदों ने शेम-शेम के नारे लगाए। इससे पहले सोमवार को जब प्रधानमंत्री सांसद पद की शपथ लेने गए थे, तब भी विपक्ष के सांसदों ने NEET-NEET, शेम-शेम के नारे लगाए थे।
4. विपक्ष के हंगामे के कारण स्पीकर ने अपना भाषण रोका: स्पीकर ओम बिरला अपना भाषण देने के लिए उठे। उन्होंने कहा- मुझे इस महान सदन के पीठासीन अधिकारी के रूप में चुना गया। इसी दौरान विपक्ष के कई सांसद अपनी बात रखने के लिए हंगामा करने लगे। इस पर ओम बिरला ने कहा- जब स्पीकर सीट से खड़ा हो जाता है। तब सदस्यों को बैठ जाना चाहिए। ये मैं पहली बार कह रहा हूं, यह दोबारा नहीं कहना पड़े। सभी सदस्य 1-1 मिनट से ज्यादा न बोलें। ये खबरें भी पढ़ें… संसद सत्र पहला दिन: शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की शपथ के दौरान विपक्ष ने नारे लगाए- NEET-NEET, शेम-शेम ​​​​18वीं लोकसभा सत्र के पहले दिन 262 सांसदों ने शपथ ली है। सबसे पहले प्रधानमंत्री मोदी और आखिर में मध्य प्रदेश के ज्ञानेश्वर पाटिल ने शपथ ली। कल 270 सांसद शपथ लेंगे। लोकसभा स्पीकर कैंडिडेट का नाम भी कल सामने आ सकता है। लोकसभा सत्र का पहला दिन सोमवार को विपक्ष के नाम रहा। सत्र शुरू होने से पहले और शुरू होने के बाद विपक्षी सांसदों ने संसद के बाहर हाथ में संविधान की कॉपी लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति में नियमों की अनदेखी की। पढ़ें पूरी खबर …
संसद सत्र दूसरा दिन: राहुल गांधी लोकसभा में नेता विपक्ष होंगे:2 दिन में 535 सांसदों ने शपथ ली, 7 बाकी; लोकसभा स्पीकर का चुनाव कल राहुल गांधी लोकसभा में नेता विपक्ष होंगे। I.N.D.I.A की बैठक के बाद रात 9:30 बजे इसका ऐलान किया गया। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि राहुल का नाम प्रोटेम स्पीकर को भेज दिया गया है। उधर, संसद सत्र के दूसरे दिन भी सांसदों को शपथ दिलाई गई। अब तक 535 (कुल 542) सदस्यों ने लोकसभा की सदस्यता ली। 7 सांसद शपथ नहीं ले सके। पढ़ें पूरी खबर… संसद सत्र तीसरा दिन: ओम बिरला लगातार दूसरी बार लोकसभा स्पीकर बने, पहले भाषण में इमरजेंसी का जिक्र किया बिरला ने पहले भाषण में आपातकाल को काला धब्बा बताया। 2 मिनट का मौन रखवाया। सत्ता पक्ष ने मौन रखा, लेकिन विपक्ष ने हंगामा किया और कहा- स्पीकर भाजपा का एजेंडा चला रहे हैं। सत्र 27 जून को राष्ट्रपति के अभिभाषण तक स्थगित कर दिया गया। पढ़ें पूरी खबर…

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